
1 पौधा माता-पिता के नाम।
स्वच्छ, सुंदर, हरित पर्यावरण का पैगाम।।
पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिसर में विशेष वृक्षारोपण कार्यक्रम
— 21 जुलाई 2024 को आयोजन।
— संगठन व समाज के समाजसेवी करेंगे वृक्षारोपण।
परमशक्ति धाम, अयोध्या। अपने माता – पिता को सम्मान देते हुए स्वच्छ, सुंदर, हरित पर्यावरण के संदेश के साथ आगामी 21 जुलाई 2024 को पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिसर में 1 दिवसीय विशेष वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जिसमें संगठन व समाज के समाजसेवी अपने माता-पिता के नाम से विशेष पौधा लगाकर अपने माता – पिता को सम्मान देते हुए स्वच्छ, सुंदर, हरित पर्यावरण का पैगाम देंगे।
उपरोक्त की जानकारी देते हुए पीडब्ल्यूएस प्रमुख तथा राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि इस वृक्षारोपण का मुख्य उद्देश्य अपने माता – पिता को सम्मान देते हुए स्वच्छ, सुंदर, हरित पर्यावरण बनाने के लिए प्रत्येक समाजसेवी द्वारा अपने माता-पिता के नाम पर मात्र एक पौधा विशेष लगाकर उसके देखभाल की व्यवस्था करना है। उन्होंने बताया कि देखने में आया है कि सरकार और संगठन मिलकर प्रतिवर्ष करोड़ों की संख्या में वृक्षारोपण करते हैं परंतु हकीकत में उनमें से बहुत ही काम पौधे बचते हैं इसका सीधा सा अर्थ है कि कहीं ना कहीं यह वृक्षारोपण मात्र फोटोबाजी व रिकॉर्ड के लिए एक दिखावा बनकर रह जाता है इसलिए पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिवार से जुड़े सभी लोग वास्तविक रूप से वृक्षारोपण करने और लगाए गए प्रत्येक पौधे की उचित देखभाल करने का संकल्प लेते हुए अपने माता-पिता के नाम पर एक पौधा लगाने के अभियान के लिए आगामी 21 जुलाई 2024 को पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिसर में एकत्र होकर एक विशेष वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन करेंगे।
बता दे कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या के समीप परमशक्ति धाम, गोरसरा शुक्ल, अयोध्या विकास क्षेत्र में 1 ईंट 1 रूपये के जन सहयोग से निर्माणाधीन पीडब्लूएस शिक्षालय का मुख्य उद्देश्य आम जनमानस के बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ समाज के सभी निर्धन बेसहारा बच्चों को पूर्णतया निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना, समाज में शत प्रतिशत साक्षरता की व्यवस्था करना, समाज सेवा को गति प्रदान करना, अयोध्या दर्शनार्थियों को निःशुल्क ठहराव की व्यवस्था करना तथा अपने राष्ट्र भारतवर्ष को एक शिक्षित, विकसित, आत्मनिर्भर विश्वगुरु राष्ट्र बनाना है।